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IND vs SA 2nd Test: SA से पहली बार टेस्ट मैच जीता है भारत, 6 में से 4 टेस्ट मैच हारने का पुराना दर्द; तीसरी बार सीरीज हुआ ड्रॉ
IND vs SA 2nd Test में भारत ने केपटाउन टेस्ट में जीतकर इतिहास रच दिया। केपटाउन के न्यूलैंड्स में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया।

IND vs SA 2nd Test में भारत ने केपटाउन टेस्ट में जीतकर इतिहास रच दिया। केपटाउन के न्यूलैंड्स में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया। इस मैच को भारतीय क्रिकेट टीम ने 7 विकेट के अंतर से जीता। इसी के साथ टीम इंडिया ने इस सीरीज में बराबरी कर ली।
IND vs SA 2nd Test: पहली बार भारत की जीत
भारत ने 4 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले को सात विकेट से अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज को 1-1 की बराबरी पर समाप्त किया। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 55 रन पर सिमट गई थी। उसके बाद भारत 153 रन पर ऑलआउट हो गया था। मेजबानों ने दूसरी पारी में 173 रन बनाए। इस तरह भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला। उसने तीन विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। उनका निर्णय गलत साबित हुआ।
तीसरी बार 1-1 की बराबरी
इस जीत को एक ऐतिहासिक घटना के तौर पर देखा जाएगा, जहां पहली बार भारत ने साउथ अफ्रीका में कोई टेस्ट मैच अपने नाम किया है। भारत का केपटाउन में यह सातवां टेस्ट मैच था। इससे पहले छह में से चार में हार का सामना करना पड़ा था। दो टेस्ट ड्रॉ रहे थे। भारत ने केपटाउन टेस्ट को जीतकर सीरीज में भी 1-1 की बराबरी हासिल की। यह दूसरा अवसर है जब दक्षिण अफ्रीका में भारत कोई टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने में सफल रहा है। इससे पहले 2010-11 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर छूटी थी।

भारत की पारी बना जीत का तेवर
दूसरी पारी में रोहित शर्मा और यशस्वी जयसवाल ने भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी की। भारत को पहला झटका यशस्वी के रूप में लगा। वह 23 गेंद पर 28 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने छह चौके लगाए। नंद्रे बर्गर की गेंद पर ट्रिस्टन स्टब्स ने उनका कैच लिया। भारत को दूसरा झटका शुभमन गिल के रूप में लगा। वह 11 गेंद पर 10 रन बनाकर आउट हुए।
कगिसो रबाडा ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया। शुभमन ने अपनी पारी में दो चौके लगाए। विराट कोहली आउट होने वाले भारत के तीसरे बल्लेबाज रहे। वह 11 गेंद पर 12 रन बनाकर पवेलयिन लौटे। मार्को यानसेन की गेंद पर विकेटकीपर कायेल वेरेयेन ने उनका कैच लिया। रोहित शर्मा (17 रन) और श्रेयस अय्यर (चार रन) ने मैच को समाप्त किया।

विकेट का सिलसिला और हार-जीत
भारत बनाम साउथ अफ्रीका केपटाउन टेस्ट मैच 642 गेंदों में समाप्त हो गया। इस मैच में कुल 33 विकेट गिरे, जिसमें 20 विकेट साउथ अफ्रीका और 13 विकेट टीम इंडिया के थे। अभी तक सबसे छोटा टेस्ट मैच 1932 में खेला गया था, जो ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच मेलबर्न में खेला गया था। उस मैच का नतीजा 656 गेंदों में निकला था। उस मैच में इतने विकेट भी नहीं गिरे थे, लेकिन साउथ अफ्रीका ने 20 विकेट गंवाए थे।
तीसरा सबसे छोटा मैच
टेस्ट क्रिकेट में गेंदों के हिसाब से टेस्ट क्रिकेट का तीसरा सबसे छोटा मैच साल 1935 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। वह मैच 672 गेंदों में खत्म हुआ था। चौथा सबसे छोटा टेस्ट मैच 788 गेंदों में समाप्त हुआ था, जो 1888 में आयोजित हुआ था। ये मैच मैनचेस्टर में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। पांचवां सबसे छोटा मैच 792 गेंदों में खत्म हुआ था, जो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल 1888 में लॉर्ड्स में आयोजित हुआ था।
- 642 गेंद – साउथ अफ्रीका बनाम भारत (2024)
- 656 गेंद – ऑस्ट्रेलिया बनाम साउथ अफ्रीका (1932)
- 672 गेंद – वेस्टइंडीज बनाम इंग्लैंड (1935)
- 788 गेंद – इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया (1888)
- 792 गेंद – इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया (1888)