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DELHI : ई-रिक्शा पर बढ़ेगी सख्ती ? जानिए क्यों बढ़ रही हैं समस्याएं !

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क्या दिल्ली-NCR की सड़कों से हटेंगे ई-रिक्शा? जानिए क्यों बढ़ रही हैं समस्याएं और क्या होगा समाधान  

नई दिल्ली – दिल्ली की सड़कों पर बढ़ती अवैध ई-रिक्शा की संख्या अब शहर के ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। कभी सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल माने जाने वाले ये ई-रिक्शा अब राजधानी की सड़कों पर जाम, अव्यवस्था और दुर्घटनाओं का कारण बनते जा रहे हैं।  

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में फिलहाल करीब 1.5 लाख ई-रिक्शा पंजीकृत हैं, लेकिन इनसे दोगुनी संख्या में अवैध ई-रिक्शा सड़कों पर बेखौफ दौड़ रहे हैं। यही कारण है कि कई महत्वपूर्ण मार्गों पर यातायात बाधित हो रहा है और दुर्घटनाओं की संख्या भी बढ़ रही है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने राजधानी की 236 सड़कों पर ई-रिक्शा चलाने पर रोक लगा दी थी, लेकिन इसके बावजूद अवैध ई-रिक्शा इन सड़कों पर लगातार दौड़ रहे हैं।  

 कैसे बनी ये समस्या?  

ई-रिक्शा को साल 2014 में दिल्ली में शुरू किया गया था। शुरुआत में यह योजना शहर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने और कम दूरी के यात्री परिवहन को सुगम बनाने के लिए लाई गई थी। लेकिन धीरे-धीरे अवैध ई-रिक्शा की संख्या बढ़ती गई, जिससे ट्रैफिक समस्या और सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ।  

विशेषज्ञों के अनुसार, ई-रिक्शा से जुड़े मुख्य तीन मुद्दे हैं:  

1. अवैध रूप से चल रहे ई-रिक्शा: कई लोग बैटरी जोड़कर पुराने पैडल रिक्शा को ई-रिक्शा में बदल रहे हैं, जिससे इनका सही रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाता।  

2. अनधिकृत एजेंसियों द्वारा निर्मित ई-रिक्शा: ऐसे ई-रिक्शा का न तो पंजीकरण होता है और न ही इनमें सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है।  

3. बिना लाइसेंस वाले चालक: कई ई-रिक्शा चालक बिना कमर्शियल लाइसेंस के सड़कों पर वाहन दौड़ा रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है।  

 ई-रिक्शा से ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाएं बढ़ीं  

दिल्ली की प्रमुख सड़कों और मेट्रो स्टेशनों के आसपास सुबह से देर रात तक ई-रिक्शा का जमावड़ा देखा जा सकता है। बिना किसी तय स्टैंड और रूट प्लान के चलने वाले ये ई-रिक्शा सड़क के बीचों-बीच खड़े होकर ट्रैफिक बाधित कर देते हैं।  

 ये इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित:  

– उत्तम नगर क्रॉसिंग  

– तिलक नगर  

– द्वारका मोड़  

– शाहदरा  

– जाफराबाद रोड  

– चांदनी चौक  

– दरियागंज  

– आरके आश्रम  

– पालम  

– मथुरा रोड  

ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक साल में ई-रिक्शा चालकों पर 2,78,090 चालान काटे गए। इनमें से 1,56,864 चालान केवल गलत पार्किंग के लिए किए गए थे।   

 ई-रिक्शा पर कार्रवाई, लेकिन समाधान अधूरा  

अवैध रूप से चल रहे ई-रिक्शा पर कार्रवाई के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग लगातार अभियान चला रहे हैं। पिछले दो साल में करीब 5000 ई-रिक्शा जब्त किए गए, लेकिन ये संख्या कुल अवैध वाहनों के मुकाबले बहुत कम है।  

दिल्ली सरकार इन्हें नियमित करने के लिए नई योजना बना रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस नीति नहीं बनी है। पिछले साल दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने इन पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे, जिसके तहत कई ई-रिक्शा जब्त किए गए, लेकिन चुनावी माहौल के कारण बाद में यह अभियान धीमा पड़ गया।  

ई-रिक्शा से जुड़े हादसे भी बढ़े  

सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि आसपास के शहरों में भी ई-रिक्शा से जुड़ी दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।  

– रेवाड़ी में एक साल में 47 सड़क हादसे, जिसमें 3 लोगों की मौत और 67 घायल हुए।  

– फरीदाबाद में 24 दुर्घटनाएं, जिनमें 2 की मौत और 23 घायल हुए।  

सरकार की बड़ी चुनौतियां  

ई-रिक्शा को लेकर सरकार के सामने तीन प्रमुख चुनौतियां हैं:  

1. अवैध ई-रिक्शा को नियंत्रित करना: बिना पंजीकरण और लाइसेंस वाले ई-रिक्शा चालकों को चिन्हित करना।  

2. सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करना: यातायात नियमों का पालन न करने वाले ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करना।  

3. ई-रिक्शा के लिए एक निर्धारित योजना बनाना: इन्हें व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए अलग लेन और स्टॉप निर्धारित करना।   

 क्या दिल्ली-NCR से हट जाएंगे ई-रिक्शा?  

अभी तक दिल्ली सरकार ने ई-रिक्शा को पूरी तरह से हटाने का कोई निर्णय नहीं लिया है। लेकिन जिस तरह से अवैध ई-रिक्शा की संख्या बढ़ रही है और ट्रैफिक की समस्या खड़ी हो रही है, उसे देखते हुए सरकार आने वाले समय में इनके संचालन पर सख्ती कर सकती है।  

 संभावित समाधान:  

– सभी ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया जाए।  

– बिना लाइसेंस वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो।  

– ई-रिक्शा के लिए निश्चित स्टैंड और रूट बनाए जाएं।  

– अवैध रूप से चल रहे ई-रिक्शा निर्माताओं पर सख्त कार्रवाई हो।  

अगर आप भी ई-रिक्शा से जुड़ी किसी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो हमें बताएं।