समाचार
Purnia में बरसे Nitish Kumar, Bima Bharti पर लगाया बड़ा संगीन आरोप

Purnia Loksabha 2024: दूसरे चरण के लोकसभा चुनाव के मध्य, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने प्रचार अभियान को एक नया दिशा देने के लिए समर्थ होने के लिए समर्थ हो गए हैं। पूर्णिया के मौजूदा चुनावी मैदान में, जहां त्रिकोणीय प्रतिस्पर्धा की उम्मीद है, नीतीश कुमार ने राजद के प्रत्याशी बीमा भारती पर कड़ा निशाना साधा।
शनिवार को पूर्णिया के सुमरित हाई स्कूल के मैदान में एक जनसभा के दौरान, नीतीश कुमार ने अपने पार्टी के उम्मीदवार संतोष कुशवाहा के समर्थन में आवाज उठाई। उन्होंने राजद के प्रत्याशी बीमा भारती को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने उन्हें विधायक और मंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन वह इसे स्वीकारने से इनकार कर रहे थे।

नीतीश कुमार ने लालू यादव और राबड़ी देवी के पूर्व मुख्यमंत्री बनने के दौरान बिहार में अनुशासन की कमी के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने 2005 में मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला था, तो बिहार में अनुशासन की स्थिति बेहद बुरी थी। लेकिन उनके कार्यकाल में बिहार में विकास की रफ्तार में सुधार हुआ और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया।
इस चुनाव में पूर्णिया सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला बढ़ा हुआ है। राजद के प्रत्याशी बीमा भारती के साथ, नीतीश कुमार की भाजपा-जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार संतोष कुशवाहा भी मैदान में हैं। साथ ही, पूर्व सांसद पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में प्रतिस्पर्धा की घोषणा की है। इससे पूर्णिया में चुनावी जोरदार हो रहा है और पार्टियों की शीर्ष लीडरशिप यहां अपने उम्मीदवारों को जीतने के लिए प्रतिबद्ध है।
नीतीश कुमार के आरोपों और बीमा भारती के खिलाफ उनकी जनसभा में की गई बोलचाल के बाद, इस क्षेत्र में चुनावी गतिविधियों में नई जोरदारता आई है। यहां राजनीतिक दलों के बीच टक्कर का माहौल है, जिसमें हर पार्टी अपने आप को प्रमुख बनाने के लिए प्रयासरत है।
इस चुनाव में पूर्णिया सीट के लिए हो रहे नीतीश कुमार और उनके प्रतिद्वंद्वी के बीच की टक्कर को लेकर जनता की उत्सुकता बढ़ रही है। चुनावी मैदान में जोरदार और गरमागरम हो रहे वादों के बीच, लोगों की ध्यानाकर्षण बढ़ रहा है और वे चुनाव के प्रति अपनी सकारात्मक भावनाओं को साझा कर रहे हैं।
पूर्णिया क्षेत्र में जनता के बीच नीतीश कुमार की पॉलिटिकल बारीकियों पर बहस हो रही है, और उनके आरोपों को लेकर बीमा भारती के प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है। इस उत्सवी चुनाव में, पूर्णिया की जनता का फैसला राजनीतिक मानसिकता और विकास के मुद्दों पर निर्भर करेगा।