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Ration Card e-KYC fraud: फर्जी कॉल और लिंक से बचने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय

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Ration Card e-KYC के नाम पर बढ़ता फ्रॉड: बचाव के लिए रहें सतर्क

भारत सरकार की ओर से देश के गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती हैं। इनमें से एक अहम योजना सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) है, जिसके तहत करोड़ों लोगों को कम कीमत पर राशन उपलब्ध कराया जाता है। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी नागरिक भूखा न सोए और उन्हें सस्ती दरों पर खाद्य सामग्री मिलती रहे। इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्तियों के पास राशन कार्ड होना आवश्यक है।
हाल ही में सरकार ने राशन कार्ड को आधार से लिंक करने और ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया है। लेकिन अब इसके नाम पर बड़े पैमाने पर फ्रॉड और साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। ठग फर्जी कॉल, एसएमएस और लिंक के जरिए कार्डधारकों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी राशन कार्डधारी हैं तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है।

क्या है राशन कार्ड ई-केवाईसी और क्यों है जरूरी?

ration card

Ration Card

राशन कार्ड ई-केवाईसी एक डिजिटल प्रक्रिया है, जिसके तहत कार्डधारक के आधार नंबर को राशन कार्ड से लिंक किया जाता है। इसका उद्देश्य राशन वितरण में पारदर्शिता लाना और फर्जी कार्डधारकों को पकड़ना है। ई-केवाईसी कराने के बाद लाभार्थियों को सरकार की योजनाओं का लाभ निर्बाध रूप से मिलता रहेगा।
केंद्र सरकार ने इस प्रक्रिया को सभी राशन कार्ड धारकों के लिए अनिवार्य कर दिया है। इसे पूरा करने की अंतिम तिथि भी निर्धारित की गई है, जिसके बाद ई-केवाईसी न कराने वाले कार्डधारकों को सरकारी राशन मिलने में परेशानी हो सकती है।

कैसे हो रहा है फ्रॉड?

सरकार की इस अनिवार्यता का फायदा उठाकर साइबर ठग फर्जी कॉल, एसएमएस और ऑनलाइन लिंक के माध्यम से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। धोखाधड़ी करने वाले अपराधी राशन कार्ड धारकों को कॉल करके उन्हें धमकी देते हैं कि यदि उन्होंने ई-केवाईसी नहीं करवाई तो उनका राशन कार्ड ब्लॉक कर दिया जाएगा या सरकारी योजनाओं का लाभ बंद हो जाएगा।
कई मामलों में ठग फोन पर ई-केवाईसी कराने का झांसा देकर पीड़ित के बैंक खाते और अन्य व्यक्तिगत जानकारी भी चुरा लेते हैं। फिशिंग लिंक के जरिए लोगों से आधार, बैंक डिटेल और ओटीपी पूछकर उनके खाते से पैसे उड़ा लिए जाते हैं।

फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?

1. किसी अज्ञात कॉल या एसएमएस पर भरोसा न करें:
यदि कोई व्यक्ति फोन करके खुद को सरकारी अधिकारी बताकर राशन कार्ड ई-केवाईसी का दबाव बनाए, तो सतर्क रहें। ऐसे कॉल में मांगी गई निजी जानकारी (आधार नंबर, बैंक डिटेल या ओटीपी) साझा न करें।
2. फर्जी लिंक पर क्लिक न करें:
यदि आपको ई-केवाईसी के लिए कोई अज्ञात लिंक भेजा जाए, तो उस पर क्लिक न करें। सरकारी ई-केवाईसी प्रक्रिया केवल आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी राशन केंद्र पर ही होती है।
3. राशन केंद्र पर जाकर ही ई-केवाईसी कराएं:
किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए ई-केवाईसी करवाने के लिए सीधे अपने नजदीकी राशन डीलर या जनसेवा केंद्र पर जाएं।
4. सतर्कता ऐप का उपयोग करें:
साइबर फ्रॉड की पहचान के लिए आप सरकार द्वारा जारी ‘साइबर दोस्त’ या ‘साइबर क्राइम हेल्पलाइन’ ऐप का उपयोग कर सकते हैं।
5. OTP शेयर न करें:
कई बार ठग ई-केवाईसी के बहाने ओटीपी पूछते हैं। ध्यान रखें कि ई-केवाईसी के लिए ओटीपी साझा करना आवश्यक नहीं होता। ओटीपी केवल लेन-देन और डिजिटल वेरिफिकेशन के लिए होता है।

कैसे करें ऑनलाइन ई-केवाईसी?

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Ration Card e-KYC

यदि आप स्वयं ऑनलाइन ई-केवाईसी कराना चाहते हैं, तो सरकारी पोर्टल या राशन वितरण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:

पोर्टल पर लॉग इन करें और ई-केवाईसी विकल्प चुनें।
आधार नंबर और अन्य आवश्यक विवरण दर्ज करें।
ओटीपी के माध्यम से वेरिफिकेशन करें।
प्रक्रिया पूरी होते ही आपको सफल पंजीकरण का संदेश प्राप्त होगा।

सरकार की चेतावनी:

भारत सरकार और राज्य खाद्य आपूर्ति विभाग ने भी नागरिकों को ई-केवाईसी फ्रॉड से सतर्क रहने की सलाह दी है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ई-केवाईसी के लिए कोई भी सरकारी अधिकारी फोन पर निजी जानकारी नहीं मांगता। राशन कार्ड संबंधी प्रक्रिया के लिए केवल अधिकृत पोर्टल या नजदीकी राशन केंद्र पर ही संपर्क करें।

राशन कार्ड ई-केवाईसी एक आवश्यक प्रक्रिया है, लेकिन इसके नाम पर ठगी के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं। ऐसे में कार्डधारकों को सतर्क रहने और ठगी से बचने के लिए जागरूकता बरतने की आवश्यकता है। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए ई-केवाईसी समय रहते कराएं, लेकिन किसी भी अज्ञात कॉल या फर्जी लिंक पर भरोसा न करें।

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