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सरकार की नजरें हुई डेढ़ी, Paytm की बढ़ेगी मुश्किलें; कसेगा ED का शिकंजा!
फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) इस समय काफी दिक्कतों से जूझ रही है। केंद्रीय बैंक RBI ने इसके पेमेंट्स बैंक कारोबार पर नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट के लेन-देन पर रोक लगा दिया है। अब ED की भी मार इस पर पड़ सकती है।

फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) इस समय काफी दिक्कतों से जूझ रही है। केंद्रीय बैंक RBI ने इसके पेमेंट्स बैंक कारोबार पर नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट के लेन-देन पर रोक लगा दिया है। अब ED की भी मार इस पर पड़ सकती है।
आ सकती है ईडी जांच की नौबत!
मीडिया के मुताबिक रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगर फंड्स के हेर-फेर का कोई नया आरोप लगता है तो पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payment Bank) की जांच ईडी करेगी।

संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगर पेटीएम पर RBI मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा कोई भी नया आरोप लगाता है तो भारतीय कानून के मुताबिक इसकी जांच डायरेक्टोरेट ऑफ एंफोर्समेंट करेगी।
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Paytm: बड़े खुलासा की आशंका
पिछले महीने 31 जनवरी को आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कारोबारी प्रतिबंध लगा दिए जिसके तहत 29 फरवरी के बाद यह नए डिपॉजिट्स नहीं ले सकेगी और क्रेडिट लेन-देन भी नहीं हो सकेगा। केंद्रीय बैंक ने यह कार्रवाई KYC से जुड़ी अनियमितताओं के चलते की। 2 फरवरी को पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम ऐप 29 फरवरी के बाद भी काम करता रहेगा। उन्होंने X (पूर्व नाम Twitter) आगे लिखा कि हर चुनौती का एक समाधान होता है और कंपनी पूर्ण अनुपालन में अपने राष्ट्र की सेवा करने के लिए ईमानदारी से प्रतिबद्ध है।
Paytm: रेगुलेटरी निगरानी की नकेल
पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कारोबारी रोक के मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि एक सेक्टोरल नियामक के पास सेक्टर के भीतर की हर एंटिटी को रेगुलेट करने का पूरा अधिकार है। RBI ने ऐसा किया है और ऐसा करना उनके दायरे में है। उन्होंने आगे कहा कि फिनटेक होना या टेक कंपनी होने का मतलब ये नहीं है कि उसे किसी भी रेगुलेटरी निगरानी से मुक्ति मिल गई है। हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेटीएम का नाम लिए बना कहा कि वह फिनटेक सेक्टर को लेकर पॉजिटिव हैं। उन्होंने कहा कि सरकार फिनटेक को लेकर उत्साहित है और इस सेक्टर में अधिक से अधिक स्टेकहोल्डर्स के साथ जुड़ना चाहेगी।
फिनटेक तो क्या कार्रवाई नहीं होगी
फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) इस समय केंद्रीय बैंक RBI की कड़ी कार्रवाई से जूझ रही है। अब इसे लेकर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर का कहना है कि फिनटेक या प्रौद्योगिकी कंपनी होने के नाते किसी भी एंटिटी को नियामक निरीक्षण से छूट नहीं मिल जाती है। उन्होंने ये बातें नई दिल्ली में डिजिटल इंडिया फ्यूचर लैब्स के लॉन्च के मौके पर पत्रकारों से बातचीत में कही। RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर नियामकीय मानकों और अनुपालन से जुड़ी जरूरतों के उल्लंघन मामले में कार्रवाई की है और इस पर कारोबारी प्रतिबंध लगा दिया है।
‘RBI ने अपने दायरे में की है कार्रवाई’
केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि एक सेक्टोरल नियामक के पास सेक्टर के भीतर की हर एंटिटी को रेगुलेट करने का पूरा अधिकार है। RBI ने ऐसा किया है और ऐसा करना उनके दायरे में है। उन्होंने आगे कहा कि फिनटेक होना या टेक कंपनी होने का मतलब ये नहीं है कि उसे किसी भी रेगुलेटरी निगरानी से मुक्ति मिल गई है। हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया में पेटीएम का नाम लिए बना कहा कि वह फिनटेक सेक्टर को लेकर पॉजिटिव हैं। उन्होंने कहा कि सरकार फिनटेक को लेकर उत्साहित है और इस सेक्टर में अधिक से अधिक स्टेकहोल्डर्स के साथ जुड़ना चाहेगी।