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UPI Transaction में लगातार बढ़ोतरी, October में 11 Billion का आंकड़ा पार

दुनिया Digital हो रही, लोग अब कॅश नहीं रखते है Smartphone रखते है और जब कोई payment करनी होती हैं तो भैया Scaner देना आवाज़ आती है।
Mall से लेकर सब्जीवाला, नुक्कड़ पर बैठे मोची भैया सब अब online payment करते हैं क्यूंकि अगर नहीं किया तो हम आप कैसे लोग कहा से Cash लाएंगे।
जिसके कारण लगातार UPI ट्रांजेक्शन की मांग बड़ रही है लोग धीरे -धीरे Digital हो रहे है, जिससे अक्टूबर में 11 बिलियन का आंकड़ा पार हो गया है।
आंकड़ों के मुख्य बिंदु
- अक्टूबर में UPI ट्रांजेक्शन की संख्या 1000 करोड़ के पार पहुंची, जो लगातार तीसरा महीना है।
- ट्रांजेक्शन के लिहाज से 55 फीसदी और ट्रांजेक्शन राशि के लिहाज से 42 फीसदी की सालाना बढ़त दर्ज की गई है।
- नवंबर में भी फेस्टिव सीजन के कारण यूपीआई ट्रांजेक्शन में और तेजी की उम्मीद है।
जानिये UPI Trade को जरा विस्तार से
भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन लगातार बढ़ रहा है। इसकी प्रमुख वजहों में से एक है यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI)। UPI एक मोबाइल-आधारित पेमेंट सिस्टम है जो बैंक खातों को लिंक करके काम करता है। UPI का उपयोग करके, उपयोगकर्ता अपने बैंक खातों से सीधे एक दूसरे को पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में UPI ट्रांजेक्शन की संख्या 1414 करोड़ तक पहुंच गई। यह लगातार तीसरा महीना है जब UPI ट्रांजेक्शन 1000 करोड़ के पार गया है।
ट्रांजेक्शन के लिहाज से यह 55 फीसदी की सालाना बढ़त है। ट्रांजेक्शन राशि के लिहाज से यह 42 फीसदी की सालाना बढ़त है।
UPI के जरिए अक्टूबर में कुल 17.16 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है।
UPI ट्रांजेक्शन में लगातार बढ़ोतरी का एक प्रमुख कारण यह है कि यह एक सुविधाजनक और सुरक्षित पेमेंट सिस्टम है। UPI का उपयोग करके, उपयोगकर्ता अपने बैंक खातों से सीधे एक दूसरे को पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें किसी भी बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं है।
UPI ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी का एक अन्य कारण यह है कि सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की पहल कर रही है। सरकार ने UPI के जरिए किए जाने वाले ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं लगाया है। सरकार ने UPI के जरिए किए जाने वाले ट्रांजेक्शन की सीमा को भी बढ़ा दिया है।
अन्य प्रमुख पेमेंट सिस्टम जैसे IMPS और NEFT के मुकाबले UPI का उपयोग करना अधिक सुविधाजनक है। UPI का उपयोग करके, उपयोगकर्ता अपने बैंक खातों से सीधे एक दूसरे को पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें किसी भी बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं है।
UPI ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी का मतलब है कि भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यह भारत को कैशलेस अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
