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UTTAR PRADESH: केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान “Chhaava” Flim पर नहीं होगा, विपक्षी नेताओं से अपील

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उत्तर प्रदेश: केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी को छावा फिल्म को लेकर दी यह सलाह!

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 21 मार्च को फीनिक्स प्लाजियो मॉल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ऐतिहासिक फिल्म “छावा” का आनंद लिया। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मौर्य ने कहा कि ऐसी ऐतिहासिक फिल्में बहुत पहले बनाई जानी चाहिए थीं। उन्होंने खासकर राहुल गांधी और अखिलेश यादव जैसे नेताओं से अपील की कि वे “छावा” देखें, ताकि उन्हें यह समझ में आ सके कि क्रूरता का दूसरा नाम औरंगज़ेब था। 

केशव प्रसाद मौर्य ने फिल्म “छावा” की तारीफ करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि छत्रपति संभाजी महाराज के शौर्य और बलिदान की जीवंत गाथा है। उन्होंने बताया कि संभाजी महाराज सिर्फ एक महान योद्धा ही नहीं, बल्कि हमारे धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के रक्षक भी थे। 

विपक्ष पर साधा निशाना

मौर्य ने आगे कहा कि इतिहास यह गवाह है कि औरंगज़ेब जैसे अत्याचारी शासकों के सामने सिर झुकाने वाले नहीं, बल्कि लोहा लेने वाले सच्चे नायक होते हैं। लेकिन आज भी कुछ विपक्षी दल मुगलों के पक्ष में तर्क गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं और औरंगज़ेब को अपना आदर्श मानते हैं। मौर्य ने इन नेताओं से अपील की कि वे फिल्म “छावा” जरूर देखें और औरंगज़ेब के असली चरित्र को जानें। उन्होंने यह भी कहा कि इस फिल्म पर बैन लगाने की कोई कोशिश सफल नहीं होगी, क्योंकि यह फिल्म देश को सच बताती है और इस तरह की फिल्में बननी चाहिए।

औरंगज़ेब को संत बताने वालों पर हमला

जब एक सपा सांसद ने औरंगज़ेब को संत बताने की कोशिश की, तो मौर्य ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आक्रमणकारी कभी संत नहीं हो सकते, बल्कि वे अत्याचारी होते हैं। औरंगज़ेब ने मंदिरों को तोड़ा और बलपूर्वक धर्मांतरण कराया, जो भारतीय संस्कृति के लिए एक काला अध्याय था। मौर्य ने अखिलेश यादव से सवाल किया कि इस तरह के बयानों पर उनकी चुप्पी क्यों है? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और देश को इसका जवाब चाहिए।

इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नवनीत श्रीवास्तव, भाजपा नेता वीरेन्द्र तिवारी, गिरजा शंकर गुप्ता और प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित भी मौजूद थे।