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Vaishali Loksabha Seat 2024: Veena Devi लड़ेंगी चुनाव, Lalu Yadav ने रखा Munna Shukla पर संशय बरकरार

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Vaishali Loksabha Seat 2024 veena devi vs munna shukla

Vaishali Loksabha Seat 2024: महागठबंधन के में सीट बंटवारे को लेकर ऐलान कर दिया गया है और इतना स्पस्ट है कि वैशाली और हाजीपुर सीट राजद के खेमें में गया है. बिहार के 40 विधानसभा सीटों में राजद 26 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीँ कांग्रेस को 9 सीटें दी गयी है. वामदलों के पाले में पांच सीटें दी गयी है.

वैशाली लोकसभा सीट (Vaishali Loksabha Seat 2024) पर अभी तक संशय बरकरार है क्योंकि मुन्ना शुक्ला को सिंबल दिए जाने की आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है. कहा जा रहा है कि बहुत जल्द लालू प्रसाद यादव इसपर फैसला करेंगे. हालांकि लोजपा की तरफ से यह लगभग साफ़ कर दिया गया है कि वीणा देवी को वैशाली से टिकट मिलने जा रहा है, ऐसी बाते अब तक सामने आ रही है.

Vaishali Loksabha Seat 2024: वीणा देवी होंगी मजबूत उम्मीदवार

चिराग पासवान को हाजीपुर, वैशाली, जमुई, खगड़िया, समस्तीपुर सीट मिली है. चिराग पासवान के खुद कहा था कि वह खगड़िया और समस्तीपुर पर वो किसी नए चेहरे को मौका देंगे, लेकिन उन्होंने वैशाली (Vaishali Loksabha Seat 2024) का जिक्र नहीं किया था. इसके अलावा मुन्ना शुक्ला जैसी धाकड़ छवि से लोहा लेने के लिए चिराग के पास वीणा देवी के अलावा और कोई विकल्प भी नहीं है चाहे वो पॉवर से हो या पैसे से ….

Vaishali Loksabha Seat 2024 veena devi vs munna shukla

ऐसे में पहले भी हमने आपको कहा था कि वीणा देवी वैशाली लोकसभा से LJP की उम्मीदवार होंगी. लालू यादव NDA की तरफ से उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही कोई फैसला लेंगे, ऐसे में मुन्ना शुक्ला को टिकट मिलने की उम्मीद पर तलवार लटकी हुई है. रामा किशोर सिंह की बार बार हो रही एंट्री भी कुछ न कुछ इशारा कर रही है.

अब देखना ये हैं कि वैशाली लोकसभा (Vaishali Loksabha Seat 2024) से सांसद रही वीणा देवी इस बार राजपुत ब्राह्मण समीकरण को कैसे समेटती हैं, NDA और मोदी के नाम पर एक विशाल जनमत उनके साथ तो है ही, लेकिन यादव मुस्लिम समीकरण उन्हें चोट जरुर करेगा.

कहने को वैशाली RJD रघुवंश प्रसाद का गढ़ रहा है, लेकिन हकीकत ये हैं कि यदि वो पांच बार जीते हैं तो 2 बार हारे भी है. वैशाली के राजपूत हमेशा NDA के लिए मजबूती से खड़े रहे हैं. ठाकुर कुआं विवाद के बाद एक बार फिर लालू यादव एंड कंपनी के खिलाफ वही गुस्सा नजर आ रहा है, लेकिन इतिहास इस क्षेत्र में उलटफेर का रहा है तो कुछ भी हो सकता है.

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