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WHO Covid-19 Alert- नये वैरिएंट JN.1 की दस्तक, दुनिया में दहशत

नये साल के आगमन से पहले JN.1 वैरिएंट दुनियाभर में कोविड के मामले बढ़ा रहा है। सिंगापुर में तो हफ्ते भर के भीतर 56 नए मामले सामने आए हैं।

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WHO Covid-19 alert
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Covid-19 के नए वैरिएंट ने दुनिया भर में दहशत पैदा कर दिया है। WHO ने सांस संबंधी बीमारियों को लेकर अलर्ट जारी करते हुए कोरोना के नए वैरिएंट पर भी हिदायत दी है। इधर,केरल में कोविड-19 के नए JN.1 सब-वैरिएंट के मरीज का पता चला है।

WHO Covid-19 Alert: कोरोना महामारी को लेकर हिदायत

नये साल के आगमन से पहले JN.1 वैरिएंट दुनियाभर में कोविड के मामले बढ़ा रहा है। सिंगापुर में तो हफ्ते भर के भीतर 56,कई नए मामले सामने आए हैं। जानकारों की माने तो कोरोना का JN.1 स्‍ट्रेन पहले के वैरिएंट्स से कहीं ज्यादा संक्रामक हो सकता है। WHO Covid-19 Alert जारी करते हुए आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि वायरस विकसित हो रहा है और लगातार बदल रहा है। WHO ने JN.1 को BA.2.86 का सब-वैरिएंट बताया है। इसके स्पाइक प्रोटीन में सिर्फ एक अतिरिक्त म्यूटेशन है। WHO ने कोविड के साथ-साथ इंफ्लुएंजा और अन्य वायरस के साथ-साथ बैक्टीरिया फैलने पर भी चिंता जाहिर की है।

WHO Covid-19 Alert: केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी

बता दें कि हाल ही में, केरल से JN.1 वैरिएंट का मामला सामने आया है। 78 साल की बुजुर्ग महिला के RT-PCR पॉजिटिव सैंपल में यह वैरिएंट मिला है। हालांकि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने 17 दिसंबर को कहा कि राज्य में मिला कोविड-19 का नया वैरिएंट ‘जेएन.1’ चिंता का कारण नहीं है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार नियमित निगरानी गतिविधि के तहत नया मामला मिला है।

जॉर्ज ने कहा कि यह कुछ महीने पहले उन भारतीय यात्रियों में मिला था जिनकी सिंगापुर एयरपोर्ट पर जांच की गई थी। चिंता की कोई बात नहीं है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। हालांकि, मंत्री ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह करते हुए कहा कि जिन लोगों को अन्य गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए।

WHO Covid-19 Alert | Naye vibrient JN.1 ki dastak, duniya me dahshat

सार्स कोव-2 वायरस को लेकर बढ़ी चिंता

WHO की ओर से मारिया वान केरखोव (Maria Van Kerkhove) ने भी सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि दुनियाभर में सांस संबंधी बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं। इनमें कोरोना वायरस के साथ ही रिनो वायरस, फ्लू, माइकोप्लाज्मा, न्यूमोनिया और अन्य बीमारियां शामिल हैं। सार्स कोव-2 लगातार अपने आप को बदल रहा है। कोरोना का सबवैरिएंट जेएन.1 भी फैल रहा है। केरखोव ने कहा कि सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की कई वजह है, इनमें एक मौजूदा छुट्टियों का सीजन भी है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग यात्राएं करते हैं।

WHO Covid-19 Alert: सर्दी की वजह से फैलने का खतरा कम

केरखोव ने कहा कि सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोग अपने घर में ही समय बिताते हैं। ऐसे में वेंटिलेशन का अभाव रहता है, ऐसे में ​बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है। बता दें कि पश्चिमी देशों में इन दिनों क्रिसमस की छुट्टियां होने वाली हैं। यही वजह है कि कोरोना या अन्य सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस फैल रहा है और फिलहाल कोरोना के 68 फीसदी मामले सबवैरिएंट जेएन.1 की वजह से हैं।

लक्षणों को जानें

Health Experts के अनुसार, JN.1 के लक्षण भी पिछले कोविड वैरिएंट्स जैसे हैं। यह ऊपरी श्वसन तंत्र में परेशानियां खड़ी करता है। मरीजों को हल्के बुखार, खांसी, नाक बंद होना, गले में खराश, नाक बहना, सिर दर्द और पेट में गड़बड़ी की शिकायत हो सकती है। चूंकि JN.1 बेहद संक्रामक है, इसलिए यह कोविड का प्रमुख स्‍ट्रेन बन गया है। वहीं, अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, जो वैक्सीन वायरस के स्पाइक प्रोटीन को टारगेट करती हैं, वे JN.1 और BA.2.86 के खिलाफ भी असरदार साबित होनी चाहिए।

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